उच्च रक्तचाप के संबंध में सुपरवाइज़ करने वाले चिकित्सक के लिए कौन-कौन सी गुणात्मक गुण आवश्यक होते हैं?

यदि आप उच्च रक्तचाप के संबंध में सुपरवाइज़ करने वाले चिकित्सक हैं, तो आपको इस समस्या के संबंध में सटीक ज्ञान होना बहुत जरूरी है। यह समस्या एक गंभीर स्तर तक बढ़ सकती है और आपके मरीजों के स्वास्थ्य को अस्थिर कर सकती है। उच्च रक्तचाप की समस्या के समाधान के लिए, आप उन गुणों का पालन करने की आवश्यकता होती है जो संपूर्णता से असरदार हैं।

एक सुपरवाइज़िंग डॉक्टर में भलीभाँति ज्ञात होना चाहिए कि कौन से गुणात्मक गुण एक व्यक्ति के उच्च रक्तचाप को कम करने में सहायक हो सकते हैं। आपके मरीजों के लिए सही उपचार या दवा को निर्धारित करने के लिए, आपको विभिन्न गुणों की एक आंकलन की आवश्यकता होगी जो इन्हें एक समूह में करेंगे।

इस लेख में हम उच्च रक्तचाप के संबंध में सुपरवाइज़ करने वाले चिकित्सकों के लिए उन गुणों के बारे में जानेंगे, जो एक व्यक्ति के उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकते हैं।

रक्तचाप एवं उसके प्रकार

रक्तचाप एक मरीज की स्वस्थता के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है, यह माप उस बारे में बताता है कि उनके शरीर में कितना दबाव है। रक्तचाप दो प्रकार का होता है – उच्च रक्तचाप और निम्न रक्तचाप। रक्तचाप को मिलीमीटर मेर्युरी (mmHg) में मापा जाता है।

उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर): किसी व्यक्ति के उच्च रक्तचाप हो जाने पर उनमें दर्द, सिरदर्द, नज़ला और उल्टी जैसे लक्षण दिखने लगते हैं। खून की शर्करापन बढ़ जाने से यह समस्या उत्पन्न होती है। इसके लिए दबाव अनुमान से अधिक बन जाता है। इसलिए हमारे शरीर में अधिक दबाव का सामना करना पड़ता है।

निम्न रक्तचाप (लो ब्लड प्रेशर): कुछ लोगों में निम्न रक्तचाप की समस्या होती है। निम्न रक्तचाप होने से चक्कर, थकान और कमज़ोरी जैसे लक्षण दिखते हैं। दिन भर तनाव में रहने से भी निम्न रक्तचाप हो सकता है। लेकिन, निम्न रक्तचाप लंबे समय तक अस्थायी होने से हानिकारक हो सकता है।

इसलिए, रक्तचाप की हर मरीज को समय-समय पर जाँच करवानी चाहिए ताकि किसी भी समस्या का समय रहते पता चल सके।

रक्तचाप के कारण

उच्च रक्तचाप के मुख्य कारणों में शामिल हैं:

  • अधिक वजन और मोटापा
  • अल्कोहल की खपत और धूम्रपान
  • दुर्गंधा से भरा भोजन
  • स्थायी नहीं होने वाली तनाव और चिंताओं
  • अधिक नमक खाने से
  • एलोपैथिक दवाओं की अनुचित खपत

इन कारणों के अलावा, ये भी रक्तचाप पर प्रभाव डाल सकते हैं:

  • स्थायी रूप से अनियमित खानपान
  • अधिक घी और मांस खाने से
  • अधिक चाय और कॉफी पीने से
  • दुर्योग से भरा जीवन शैली
  • योग्य नींद का अभाव

इन सभी कारणों से बचना आवश्यक है जिससे रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सके।

उच्च रक्तचाप के लक्षण और उनका मूल्यांकन

उच्च रक्तचाप एक बहुत ही आम समस्या है जो कि अक्सर लोगों में पायी जाती है। इस स्थिति में, रक्त के दबाव में एक बड़ी मात्रा से वृद्धि होती है जो कि अन्य उपयोगिता के साथ-साथ गंभीर समस्याओं का कारण बनती है। यह रोग लालचित्र और संपन्न लोगों को भी प्रभावित कर सकता है।

कुछ उच्च रक्तचाप के लक्षण निम्नलिखित हैं:

  • चक्कर आना: यह समस्या उच्च रक्तचाप से प्रभावित लोगों में अक्सर होती है। यह महसूस होता है कि आपके सिर में हिलावट हो रही है और आप अपना संतुलन नहीं रख पाते हैं।
  • अहम कमजोरी: रक्तचाप के बढ़ने के कारण, लोग कई बार अहम कमजोरी महसूस करते हैं जिससे उन्हें थकान महसूस होती है।
  • अंधापन: इस समस्या में, आपकी आँखों में धुंधलापन या कम दिखाई देता है।
  • सीने में दर्द: सीने में दर्द हमेशा उच्च रक्तचाप के लक्षणों में से एक होता है।

यदि आप ये लक्षण महसूस करते हैं, तो आपको तुरन्त अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञ के पास जाना चाहिए।

उच्च रक्तचाप से बचाव और इसके लिए उपाय

उच्च रक्तचाप के लिए सबसे महत्वपूर्ण उपाय उचित खान-पान है। साथ ही, नियमित व्यायाम भी बहुत जरूरी है। इससे शरीर में रक्त का संचार बेहतर होता है और रक्तचाप भी नियमित होता है।

आहार में पुष्टिकर भोजन शामिल करें जैसे कि फल, सब्जियां, अनाज और दुग्ध उत्पाद। सेवन कम करें गुण्डे मसालेदार खाने वाले भोजन के, चाय, कॉफ़ी और शराब के।

उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए, दवाई का सेवन करना भी जरूरी होता है। लेकिन, इससे पहले आपको चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। वे दवाई की उपलब्धि की नियमित जांच करेंगे और आपके स्वास्थ्य का ध्यान रखेंगे।

  • अन्य उपाय जिनसे आप उच्च रक्तचाप से बच सकते हैं, जैसे कि:
  • नियमित ध्यान और मेधावी व्यायाम करना।
  • तंबाकू और मादक पदार्थों का सेवन बंद करना।
  • समय पर इलाज कराना और इसे नियमित रूप से जांचना।
भोजन सेवन कम करना चाहिए
नमकीन, चीनीय खाने का सामान हाँ
मांसपेशियां हाँ
चाय/कॉफ़ी हाँ
शराब हाँ
फल, सब्जियां और अनाज नहीं
दूध उत्पाद नहीं

कम रक्तचाप के लक्षण और उसका मूल्यांकन

कम रक्तचाप (Low Blood Pressure) का मान नॉर्मल ब्लड प्रेशर से कम होते हुए 90/60 mmHg और नीचे नीचे के रक्तचाप को कहा जाता है. कम रक्तचाप के मुख्य लक्षण महसूस हुए तो तुरंत एक्शन लेना होगा क्योंकि इसके लम्बे समय तक नजरअंदाज करने पर इससे संबंधित गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

अधिकतर मामलों में, कम रक्तचाप का मूल उपजातक घात होता हैं, जिसमें दर्द, लंबित अवस्था में बैठना या लेटना, शोक में नहाना या नहाने के बाद फिट्स आते समय, हाइ प्रोटीन की खुराक लेते समय, मलव प्रक्रिया में देरी आने पर , या रक्त सम्बन्धित समस्याओं जैसे ब्लीड के लॉस में या ब्लीड कंट्रोल में इत्यादि शामिल हो सकते हैं।

इसलिए, कम रक्तचाप के लक्षणों को समय रहते या धीरे धीरे बदलते लक्षणों का मूल्यांकन करना आवश्यक होता है। ब्लड प्रेशर नियमित तौर पर नीचे होने से अतिरिक्त और कोई इतना बड़ा प्रॉब्लम नहीं है, पर इसके साथ अन्य संबंधित लक्षण आते हैं जैसे दस्त, पेचिश, चक्कर आता हो, इनसब चीजों से भी सावधानी बरतनी होगी।

  • कम रक्तचाप के मुख्य लक्षणों का मूल्यांकन करना
  • धमनियों को बड़े करने का उपाय ढूंढना
  • चिकित्सा शिक्षा देना पेशेंट को
  • पानी की अधिकता के लिए सलाह देना

इन सभी बातों का समय पर पालन करना काफी महत्वपूर्ण है, कम रक्तचाप की समस्या को जल्द से जल्द सुलझाना आवश्यक होता है।

कम रक्तचाप से बचाव और उसके लिए उपाय

कम रक्तचाप हार्ट अटैक, स्ट्रोक, या अन्य संबंधित समस्याओं का कारण बन सकता है। इसलिए, यह बहुत महत्वपूर्ण है कि आप अपने रक्तचाप की निगरानी रखें और कम रक्तचाप से बचने के लिए उपाय अपनाएं।

कम रक्तचाप से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाएं:

  • खूब पानी पिएं: रक्तचाप को नॉर्मल रखने के लिए पानी पिएं। कम रक्तचाप वाले व्यक्ति के लिए 8-10 गिलास पानी पीना बहुत महत्वपूर्ण है।
  • कॉफी या निश्चित दवाइयों का सेवन कम करें: कॉफी या अन्य निश्चित दवा कम रक्तचाप को और भी नीचे ला सकती है।
  • थोड़ी प्रयास करें: नियमित व्यायाम, चलना या फिर नीचों की ओर झुकाव करने से कम रक्तचाप से बचा जा सकता है।
  • बर्फ़ के पानी से नहाएं: ठंडे पानी से नहाना कम रक्तचाप को और भी नीचे ला सकता है।
  • थोड़ा खून दान करें: इससे आप न केवल दूसरों की मदद करेंगे, बल्कि आपके शरीर में नई रक्त को पैदा करने का मौका मिलेगा।

अगर यह उपाय काम नहीं करते हैं, तो आपको दवा लेने की जरूरत है। आपके डॉक्टर को बताएं कि आपको कम रक्तचाप है ताकि वह आपको सही दवा दे सकें।

रक्तचाप के नियंत्रण के लिए दवाओं और उनके साइड इफेक्ट्स

रक्तचाप उच्च होने से प्रभावित व्यक्ति को कुछ दवाओं की ज़रूरत हो सकती है।

यहां दी गई हैं कुछ दवाएं जो उच्च रक्तचाप को नियंत्रण में रखने में मदद कर सकती हैं:

  • थायजाइड: यह दवा रक्तचाप को कम करने में मदद करती है लेकिन इसके साथ ही साइड इफेक्ट से दूर नहीं रखी जा सकती हैं।
  • बीटा-ब्लॉकर्स: यह दवा रक्तचाप को कम करने में मदद करती है लेकिन इसके साइडइफेक्ट्स के बारे में अधिक सावधान रहने की ज़रूरत है।
  • कैल्शियम चैनल ब्लॉकर: यह दवा दर्द, गुदामूत्र व कमजोरी जैसी समस्याओं को कम करने में मदद करती है।
  • रेसरपाइन: यह दवा रक्तचाप को कम करने में मदद करती है। इसके साथ ही सतही एक और संभावित स्केल का मुद्दा भी हो सकता है।

इन दवाओं के सेवन से उपयोगकर्ताओं को नीचे दिए गए साइड इफेक्ट से भी अवगत होना ज़रूरी है:

  1. डिबीलिटेशन
  2. थकान या चक्कर आना।
  3. दृष्टिघात
  4. संकोच व ब्लड प्रेशर कम होना।

उच्च रक्तचाप से जुड़ी अन्य जानकारियाँ और सलाह

उच्च रक्तचाप एक खतरनाक स्थिति है जो आपकी सेहत को प्रभावित कर सकती है। इसलिए, उच्च रक्तचाप की व्यवस्था करने वाले चिकित्सकों को कुछ महत्वपूर्ण गुणात्मक गुणों को ध्यान में रखना चाहिए।

  • समय-समय पर अपने रक्तचाप को मापना चाहिए और यदि उसे नियमित बढ़ता हुआ पाया जाता है, तो चिकित्सा सलाह के लिए जाना चाहिए।
  • नियमित डायट लेना चाहिए, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है। अधिक खाद्य पदार्थों से बचें जो उच्च लोहा या वसा (जैसे कि तला हुआ भोजन, चिप्स, आदि) से भरे होते हैं। इसके बजाय, हेल्दी फूड जैसे छोटी मात्रा में नमक, राजमा, सब्जियां और फलों को शामिल करें।
  • नियमित एक्सरसाइज करना बेहतर होगा। योग, धीरे-धीरे चलना और स्क्वॉट्स जैसी एक्सरसाइज करना उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद करता है।
  • धूम्रपान और शराब पीना बंद करना चाहिए। दोनों की चिकित्सा सलाह से पूरी तरह समाप्त करें।

आपके चिकित्सक के साथ आपकी शारीरिक स्थिति की नियमित जांच के लिए भी मिलना चाहिए। वे आपको आपके रक्तचाप के स्थिति के बारे में अधिक जानकारी दे सकते हैं और आपकी स्थिति के अनुसार आवश्यक चिकित्सा सलाह प्रदान कर सकते हैं।

अगर आपका रक्तचाप नियमित रूप से बढ़ा हुआ है तो आपको अपने चिकित्सक के पास जाना चाहिए ताकि आपकी स्थिति का उपचार किया जा सके। नियमित रूप से आपके रक्तचाप की जांच से, आप उच्च रक्तचाप से जुड़ी हर संभव समस्या से बच सकते हैं।

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